पॉलीहाउस और ग्रीनहाउस खेती क्या है – लाभ और लागत

परिचय

भारत में खेती में बदलाव की ज़रूरत अब महसूस की जा रही है। पारंपरिक खेती की चुनौतियों के बीच पॉलीहाउस और ग्रीनहाउस खेती एक नया, वैज्ञानिक और लाभकारी विकल्प बनकर उभरा है। इस लेख में हम केवल इस तकनीक के अर्थ, लाभ, लागत और उपयोग पर केंद्रित चर्चा करेंगे, ताकि किसान सही निर्णय ले सकें।

पॉलीहाउस और ग्रीनहाउस खेती

पॉलीहाउस खेती क्या है?

पॉलीहाउस (Polyhouse) खेती एक नियंत्रित वातावरण (Controlled Environment) में की जाने वाली खेती होती है। इसमें एक ढांचे को यूवी-स्टेबल पॉलीथीन शीट से ढका जाता है, जिससे अंदर के तापमान, नमी और प्रकाश पर नियंत्रण बना रहता है।

🔹 यह संरचना खुले खेत की तुलना में फसल को मौसम की मार, तेज धूप, अत्यधिक वर्षा और कीटों से बचाती है।
🔹 इसके अंदर ड्रिप सिंचाई, फर्टिगेशन और वेंटिलेशन सिस्टम लगाए जाते हैं।

ग्रीनहाउस खेती क्या है?

ग्रीनहाउस खेती, पॉलीहाउस की ही एक उन्नत किस्म है, लेकिन इसमें पॉलीथीन की जगह ग्लास या पॉलीकार्बोनेट शीट्स का उपयोग होता है। ग्रीनहाउस खेती का उपयोग वैज्ञानिक अनुसंधानों, उच्च मूल्य वाली फसलों और निर्यात योग्य उत्पादन के लिए किया जाता है।

📌 इसका वातावरण और भी ज्यादा नियंत्रित होता है, जिससे फसल की उत्पादकता और गुणवत्ता दोनों बढ़ती है।

पॉलीहाउस और ग्रीनहाउस के लाभ

1. नियंत्रित पर्यावरण में खेती

इन संरचनाओं में तापमान, आर्द्रता और प्रकाश को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे वर्ष भर खेती संभव हो जाती है।

2. जल की बचत

ड्रिप सिंचाई तकनीक के कारण पानी की खपत सामान्य खेती की तुलना में 50–70% तक कम हो जाती है।

3. कीट और रोग नियंत्रण

बंद वातावरण में कीटों का प्रवेश कम होता है, जिससे कीटनाशकों की जरूरत भी कम होती है।

4. उपज में वृद्धि

एक ही क्षेत्र में पारंपरिक खेती की तुलना में 3 से 5 गुना तक ज्यादा उत्पादन संभव है।

5. गुणवत्ता युक्त उपज

ऐसी फसलें बाजार में अधिक कीमत पर बिकती हैं क्योंकि वे देखने में सुंदर और रोगमुक्त होती हैं।

लागत का विश्लेषण

पॉलीहाउस की लागत

प्रकारअनुमानित लागत (₹ प्रति वर्ग मीटर)1000 वर्ग मीटर पर कुल लागत
सामान्य पॉलीहाउस₹700 – ₹900₹7 लाख – ₹9 लाख
अर्ध-स्वचालित पॉलीहाउस₹1000 – ₹1200₹10 लाख – ₹12 लाख
पूर्ण स्वचालित पॉलीहाउस₹1400 – ₹1600₹14 लाख – ₹16 लाख

➡️ इसमें ढांचा, पॉली शीट, ड्रिप सिस्टम, फर्टिगेशन यूनिट, वेंटिलेशन फैन, पैड-कूलिंग आदि शामिल होते हैं।

ग्रीनहाउस की लागत

प्रकारलागत (₹ प्रति वर्ग मीटर)कुल लागत (1000 वर्ग मीटर)
पॉलीकार्बोनेट ग्रीनहाउस₹1600 – ₹2000₹16 लाख – ₹20 लाख
ग्लास ग्रीनहाउस₹2000 – ₹2500₹20 लाख – ₹25 लाख

➡️ इसमें स्थायित्व अधिक होता है और संरचना लंबे समय तक चलती है।

किन फसलों के लिए उपयोगी है?

फसलेंकारण
टमाटर, शिमला मिर्चगुणवत्ता और निर्यात में सक्षम
गुलाब, जरबेराफूलों की खेती में ऊँची कीमत मिलती है
खीरा, बीन्सकम समय में त्वरित उत्पादन
स्ट्रॉबेरी, सलाद पत्तेहाई वैल्यू मार्केट

शुरुआत कैसे करें?

  1. भूमि का चयन करें – समतल और जल निकासी युक्त भूमि चुनें।
  2. संरचना का प्रकार तय करें – पॉलीहाउस या ग्रीनहाउस, अपनी जरूरत और बजट के अनुसार तय करें।
  3. डिज़ाइन और तकनीक की योजना बनाएं – आकार, वेंटिलेशन, ड्रिप सिस्टम आदि का चयन करें।
  4. निर्माण कराएं – अनुभवी एजेंसियों से काम कराएं।
  5. फसल का चयन करें – मार्केट डिमांड और मौसम को ध्यान में रखकर।
  6. मार्केटिंग रणनीति बनाएं – लोकल मंडी, होटल, रिटेल चेन आदि से संपर्क करें।
पॉलीहाउस

तुलना तालिका: पॉलीहाउस बनाम ग्रीनहाउस

बिंदुपॉलीहाउसग्रीनहाउस
लागतकमअधिक
सामग्रीपॉलीथीन शीटपॉलीकार्बोनेट/ग्लास
तापमान नियंत्रणसामान्यबेहतर
आयु5–7 वर्ष15–20 वर्ष
उपयोगिताछोटे और मध्यम किसानवाणिज्यिक स्तर के उत्पादक

निष्कर्ष

पॉलीहाउस और ग्रीनहाउस खेती, खेती के भविष्य की नींव है। यह तकनीक छोटे किसानों से लेकर बड़े उत्पादकों तक सभी के लिए उपयोगी है। कम पानी, कम जगह और कम कीटनाशकों में ज़्यादा और अच्छी फसल लेना आज संभव है।

अगर आप भी खेती को एक लाभदायक व्यवसाय में बदलना चाहते हैं, तो पॉलीहाउस या ग्रीनहाउस खेती अपनाएं – यह आपके परिश्रम और तकनीकी समझ का सही फल देगा।

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